Friday, April 20, 2018

Damak Dam Damru Bole

------ तर्ज:- अरेरे मेरी जान है राधा ------

डमक डम डमरू बोले, जपो रे शिव शंकर भोले,
डमरू बजाते चले आयेंगे, गंगा बहाते चले आयेंगे,
गंगाधारी पापियों के पाप हरेंगे,
दीन दुखियों के संताप हरेंगे,
भोलेनाथ भक्तों का उद्धार करेंगे,
भव सागर से सबकी नैया पार करेंगे || डमक ||

भोले बाबा तेरी लीला अजब निराली है,
गर्दन में काले सर्पों की माला डाली है,
मरघट की भस्मी को तन पे खूब रमाली है,
शिव की भक्ति, सब को मुक्ति देने वाली है || डमक ||

भोले शिव के साथ ब्याह के गौरा आई है,
गौरा माँ ने घोंट घोंट के भांग पिलाई है,
गौरा बोली स्वामी तू कैसो हरजाई है,
छाले पड़ गए हाथ में, फिर भी दया न आई है || डमक ||

रावण को सोने की लंका देने वाले हैं,
ऋषि मुनि और भक्तों की सुध लेने वाले हैं,
शिव शम्भू करतार, बड़े ही भोले भाले हैं,
"पदम्" भजन में लीन रहो, वो आने वाले हैं || डमक ||

-: इति :-


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