तर्ज़:- सो साल पहले,मुझे तुमसे प्यार था
फिल्म:-
खाटू श्याम का भजन
शीश का दान किया,वह खाटू श्याम हे - 2
आज भी है और कल भी रहेगा ।।
नीले घोड़े बाला, मेरा खाटू श्याम है -2
तर्ज़:- सो साल पहले,मुझे तुमसे प्यार था
फिल्म:-
खाटू श्याम का भजन
शीश का दान किया,वह खाटू श्याम हे - 2
आज भी है और कल भी रहेगा ।।
नीले घोड़े बाला, मेरा खाटू श्याम है -2
तर्ज:- सो साल पहले,मुझे तुम से प्यार था ।
// हनुमान जी का भजन //
अंजनी का लाला,वीर हनुमान है ।
वीर हनुमान है ।
आज भी है और कल भी रहेगा ।।
(1) तुम सागर लांघ गए,सीता की सुधि लाए,
शक्ति लगी लक्ष्मण को,संजीवनी ले आए
लंका जलाने बाला,बड़ा बलवान है।
वीर हनुमान है ।।
राम काज करने बाला,भगत महान है ।
वीर हनुमान है।
आज भी है और कल भी रहेगा ।। लंका ।।
(2) तुम विक्रम बजरंगी,तुम संकट मोचन हो
मारूति नंदन हो,तुम असुर निकंदन हो
राम काज करने बाला भगत महान है ।
वीर हनुमान है ।
आज भी है,और कल भी रहेगा ।। लंका ।।
(3) श्री राम के चरणों में,हनुमान बसते हैं
हनुमान के हृदय में,श्री राम बसते हैं
"पदम"राम भज ले रे,तुलसी का ज्ञान है
वीर बलवान है।
आज भी है और कल भी रहेगा ।। लंका ।।
// इति//
राग:- राई
चलो बागेश्वर धाम,चलो बागेश्वर धाम ।
कृपा लुटा रहे हनुमान जी ।।
कोटि कोटि प्रणाम,कोटि कोटि प्रणाम ।
कृपा लुटा रहे हनुमान जी ।।
(1)मध्य प्रदेश में जिला छतरपुर,
ग्राम गड़ा में बनो है मंदिर
जपलो सीताराम,भजलो सीताराम -2 ।।कृपा ।। (
2) बागेश्वर धाम की महिमा न्यारी
दुखी जनों की भीड़ हे भारी
बनते बिगड़े काम,बनते बिगड़े काम -2 ।।कृपा ।। (
3) जो कोई अपनी अर्जी लगावे
भूत प्रेत डर कर भाग जावे
कटें संकट तमाम, कटें संकट तमाम -2 ।।कृपा ।।
(4) सन्यासी को नाम बड़ो है
"पदम" तुम्हारी शरण पड़ो हे
तोरे दर को गुलाम, में हूं दर का गुलाम -2 ।। कृपा ।।
कृपा लुटा रहे हनुमान जी ।।
// इति//
तर्ज़:- सो साल पहले मुझे तुमसे प्यार था
//गीत//
पच्चीस साल पहले,मनोज सीमा का ब्याह था
दोनो में बहुत प्यार था ।
आज भी हे और कल भी रहेगा ।
(1) तारीख भी बाइस है,और जून महीना है
सब काम हुऐ पूरे,खुशहाल में जीना है
मुझे नर्मदे मां ने दिया उपहार था - 2 ।।आज भी ।।
(2) देवी और देवों ने , कृपा बरसाई हे
आशीष पिता मां की रंग पे रंग लाई है
धन और वेभव मिला बेशुमार था -2 ।। आज भी ।।
(3) तेरे जीवन की बगिया हर दम गुलजार रहे
गुलशन महके ऐसा तेरा परिवार रहे "
"पदम"सबसे मिलने को जिया बे करार था -2
आज भी है और कल भी रहेगा ।।
// इति//
तर्ज़:- आने से उसके आए बहार जाने से उसके
फिल्म:-जीने की राह
//गीत//तर्ज़:- ऐसी दुपहरिया न जाऊं रे डोली पिछवाड़े रख दो भजन
दंडरौआ धाम अलबेला ।
लगे संतों का मेला ।।
संतों का मेला, लगे भक्तों का मेला ।दोहा:- नशा ना नर को चाहिए,द्रव्य बुद्धि हर लेय
एक नशा के कारीने,सब जग तारी देय
//गीत//