तर्ज़:- अरे रे मेरी जान है राधा
// शिव जी का भजन//
डमक डम डमरू बाजे, भोला शमशान में नाचे ।
देवों में बाबा का बड़ा नाम है ।।
काशी में तुम्हारा बड़ा धाम है ।।
देवों में है बाबा,औघड़ दानी तुम ही हो
मुंह मांगा वर देते हो,वर दानी तुम ही हो
उज्जैन के महाराजा हो,कैलाश निवासी हो
भूत प्रेत के संगी हो,शमशान के बासी हो
डमक डम डमरू बोले.................
(1) तीन नेनो वाले,महादेव तुम ही हो
दुनिया से निराले ,महादेव तुम ही हो
देवों के महादेव,भोले भाले तुम ही हो
मस्तक पर त्रिपुंड ,लगाने वाले तुम ही हो
डमक डम डमरू बोले ....................
(2) शिव है आदि और अनादि ,शिव ही अंत है
कोई न जाने शिव की महिमा,बड़ी अनंत है
शिव जोगी है शिव योगी है ,कालों का है काल
शिव है काल भैरव बाबा,शिव है महाकाल
डमक डम डमरू बोले...................
(3) पार्वती के पति जति, भरतार तुम ही हो
ओम हो ओंकार हो,साकार तुम ही हो
भक्ति और मुक्ति के, आधार तुम ही हो
"पदम"की डोले नैया के, पतवार तुम ही हो
डमक डम डमरू बोले.................... //इति//