------ तर्ज:- एक बन्जारा गाये ------
------ फिल्म:- जीने की राह ------
हिन्द से जो टकराये, वह मौत के मुंह में जाए,
हम बीरों की ठोकर से वह मिटटी में मिल जाए,
है जाँ से प्यारा यही है नारा, यह भारतवर्ष है देश हमारा,
यह आज़ादी जब पाए लाखों ने शीश कटाये || हिन्द ||
ओ पाकिस्तान तेरी शैतानी बहादुर लाल ने है पहचानी ,
यह पाक तो मुंह की खाए, अब चीनी खैर मनाये || हिन्द ||
ऐ बीरों जागो कदम को बढ़ाओ, यह भारत माँ की लाज बचाओ,
अब "पदम्" जान ही जाए पर शान न जाने पाए || हिन्द ||
-: इति :-
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