------ तर्ज:- दीवाना राधे का ------
सुहाना मैया का - 2 लगता है दरबार,
लांगुरिया नच ले रे - 2 कैला म के द्वार || सुहाना ||
सुन्दर भुवन बने, कंचन कलश धरे, लाल ध्वजा लहराए रे,
मेहँदी है लाल लाल, बिंदिया है लाल लाल, लाल चूनर मनभाई रे,
बिछिया है लाल लाल, चूड़ियाँ हैं लाल, लाल करे श्रृंगार || सुहाना ||
दीन की लाज रखे, विपता को दूर करे, मैया की सिंह सवारी रे,
गोदी को लाल मिले, निर्धन को माल मिले, लीला अजब तुम्हारी रे,
माँ बेड़ा पार करे, सब का उद्धार करे सबके भरे भण्डार || सुहाना ||
मैया जी को भजते हैं, जय जयकार करते हैं, द्वार खड़े नर नारी रे,
चरणों में ध्यान धरें, माँ का गुणगान करें, पंडित और पुजारी रे,
मैया जी की राह में, दर्शन की चाह में, "पदम्" लगाये गुहार || सुहाना ||
-: इति :-
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