Sunday, June 25, 2017

Jhoom Kar Deewane Tere

तर्ज - कव्वाली

झूम कर दीवाने तेरे प्रेम सागर पी गए,
जबकि भंगिया कम पड़ी बूटी मिलाकर पी गए   ||

पीने वाले इस तरह पीना कलेजा थामकर,
जिस तरह भोले हलाहल मुस्कुराकर पी गए       ||  झूम  ||

सत डिगाने को खड़ा था काम उनके सामने,
नैन की ज्वाला से पापी को जला कर पी गए        ||  झूम  ||

आपने खुश होके उसको भस्म कंगन दे दिया,
विष्णु की माया से भस्मा को मिटा कर पी गए      ||  झूम  ||

जब "पदम्" पहुंचे शिवालय ज्ञानी गुरु वर मिल गए,
भोले के चरणों में दोनों सर झुका कर पी गए        ||  झूम  ||


-: इति :-


Share:

0 comments:

Post a Comment

Contributors