तर्ज़ :- उज्जैन के राजा,कभी कृपा नजरिया
//खाटू श्याम का भजन//
दोहा:- अघोर नरक में जायेगा,जो काम करे शैतान का ।
पापी भी तर जायेगा,यह दर है खाटू श्याम का ।।
कलियुग के राजा, नीले घोड़े पे आजा ।
गिरतों को थामना रे।। ओ खाटू बाबा ।।
खाटू नरेशा नीले घोड़े पे आजा ।
गिरतों को थामना रे ।। ओ खाटू बाबा ।।
(1)शीश के दानी जग में कहाते
भटके हुओं को बाबा राह दिखाते -2
डूबने बालों को बन कर किनारा
भव से उतारना रे।। ओ खाटू बाबा ।।
(2)तुम हो दाता हम दुखियारे
हाथ रखो बाबा सर पे हमारे -2
एक तुम्ही हारे का सहारा
हम को सम्हालना रे।। ओ खाटू बाबा ।।
(3)कृष्ण कन्हैया के तुम अवतारी
"पदम"रहे चरणों का पुजारी -2
संकट में बाबा है हमारा
बिगड़ी सुधारना रे।। ओ खाटू बाबा ।।
;;इति;;
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